“मार्केट गलत नहीं था, शायद आपकी सोच थी | Trading Mindset की असली सच्चाई”

क्या आपने कभी ऐसा महसूस किया है कि आपकी स्ट्रैटेजी बिलकुल सही थी, एनालिसिस भी सटीक था, टाइमिंग भी पकड़ ली थी, फिर ऐसा क्या हुआ रिज़ल्ट वैसा नहीं आया जैसा आपने उम्मीद की थी?शायद आपने यही सोचा होगा कि मार्केट गलत निकला… लेकिन क्या कभी ये सोचा कि शायद हमारी सोच कहीं ना कहीं हमें धोखा दे रही थी?

असली लड़ाई मार्केट से नहीं, दिमाग से है

असल में, मार्केट को समझना उतना मुश्किल नहीं होता,मुश्किल होता है अपने दिमाग की हरकतों को पकड़ पाना।
क्योंकि एक चार्ट आपको सिर्फ डेटा दिखाता है, लेकिन आपका दिमाग उस डेटा में डर, लालच और उम्मीद भर देता है।
नुकसान क्यों होता है? ट्रेडिंग में नुकसान इसलिए नहीं होता कि प्लान खराब था, बल्कि इसलिए होता है क्योंकि जब हम स्क्रीन के सामने बैठते हैं, तो हमारी अंदर की अधूरी सोचें, पुराने डर, और हार का डर बाहर आने लगता है।और यही वो चीजें हैं जो हमें एक अच्छे ट्रेड को भी गलत बना देती हैं।

पहले सोच बदलो, सिस्टम बाद में

कई बार हम सोचते हैं कि सिस्टम बदल देंगे, तो रिज़ल्ट बदल जाएगा।इंडिकेटर नया लगा देंगे, तो रिजल्ट अच्छा आएगा।
या फिर किसी और यूट्यूबर की स्ट्रैटेजी फॉलो कर लेंगे, तो सब ठीक हो जाएगा।लेकिन कोई यह नहीं सोचता, कभी अपने सोचने के तरीके को भी बदला जाए।क्योंकि जितना नुकसान एक गलत सिस्टम नहीं करता, उससे कहीं ज़्यादा नुकसान एक अनकंट्रोल माइंडसेट करवा देता है।

वो गलतियाँ जो सब करते हैं
मैंने ऐसे कई ट्रेडर्स देखे हैं जो बार-बार वही गलती दोहराते हैं —पहला लॉस हुआ, तो नर्वस हो गएदूसरा लॉस हुआ, तो डबल क्वांटिटी से रिवेंज ट्रेड ले लिया ,तीसरे लॉस में बोले: अब तो कुछ भी करके प्रॉफिट निकालना हैयही सोच उन्हें बार-बार उसी गड्ढे में ले जाती है,और फिर वो कहते हैं — मार्केट में कुछ नहीं रखा है।

सोच बदलो, नजरिया बदलेगा

असल में, मार्केट वही है… बदलती है तो बस हमारी सोच।हम सोचते हैं कि अगर चार बार लॉस हुआ,तो पाँचवीं बार पक्का प्रॉफिट होगा।लेकिन हर ट्रेड एक नया इवेंट होता है,पिछला रिकॉर्ड उससे जुड़ा नहीं होता है। हम प्रॉबबिलिटी को प्रेडिक्शन मान लेते हैं —जबकि सच्चाई ये है कि प्रॉबबिलिटी का मतलब है संभावना, कोई गारंटी नहीं

एक सच्ची कहानी

एक दोस्त था मेरा,हर बार ट्रेड ऐसे लेता था जैसे उसे जीतना ही है।एक दिन लगातार चार बार लॉस हुआ,तो पाँचवीं बार उसने बड़ी क्वांटिटी से ट्रेड लिया, सिर्फ ये सोचकर कि अब तो मार्केट उसकी सुन ही लेगा।लेकिन मार्केट ने वही किया जो वो हमेशा करता है —उसे और सज़ा दी, और उसका बड़ा नुकसान हो गया।

शांत रहना भी एक स्किल है

ट्रेडिंग सिर्फ सही ट्रेड लेने का खेल नहीं है,बल्कि गलत होने के बाद भी शांत रहने की कला भी है।एक बार किसी अनुभवी ट्रेडर से पूछा गया —”आप हमेशा इतने शांत कैसे रहते हो?”उसने मुस्कराते हुए कहा —”क्योंकि मैं सही होने की उम्मीद नहीं करता,मैं बस खुद को संभालने के लिए तैयार रहता हूँ।”

असली ट्रांसफॉर्मेशन कहाँ से शुरू होता है?

ट्रेडिंग में सबसे ज़रूरी है — इमोशनल फ्रीडम।मतलब ये कि आपको इस बात की इजाज़त होनी चाहिए कि आप गलत हो सकते हैं।जब आप खुद को गलत होने की इजाज़त दे देते हैं,तभी आप लॉस को ट्रेडिंग का हिस्सा मान पाते हैं —और वहीं से शुरू होती है असली ग्रोथ।

असली दुश्मन बाहर नहीं होता

ट्रेडिंग में सबसे खतरनाक चीज़ वो नहीं जो बाहर है —वो है जो आपके अंदर है।वो आवाज़ जो कहती है:“मैं हार नहीं सकता” “अब तो पैसा निकालना ही है”“अगर ये भी नहीं जीता, तो मैं कुछ नहीं हूं” जब तक आप इन अंदरूनी आवाज़ों को नहीं पहचानते, तब तक हर ट्रेड, एक इमोशनल जुआ बनता रहेगा।

एक सवाल, जो सब कुछ बदल सकता है

इसलिए अगली बार जब आप ट्रेड लें,तो खुद से एक सवाल पूछिए —”क्या मैं यहाँ सही होने आया हूँ या डिसिप्लिन्ड रहने?”
यही सवाल तय करेगा कि आप मार्केट से पैसा बनाएँगे या बार-बार सीखने वाले सबक दोहराएँगे। हम मार्केट को वैसे नहीं देखते जैसे वो है —हम उसे वैसे देखते हैं जैसे हम खुद हैं।इसीलिए दो लोग एक ही चार्ट देखकर अलग-अलग फैसला करते हैं —
क्योंकि चार्ट तो एक ही है, लेकिन दिमाग दो हैं।और जब तक हम अपने माइंड को साफ नहीं करेंगे,तब तक मार्केट को साफ देख ही नहीं सकते।

असली जीत कब होती है।

ट्रेडिंग की सबसे बड़ी जीत तब होती है ,जब आप अपने अंदर की हार से जीत जाते हैं।क्योंकि असली दुश्मन बाहर नहीं,आपके अंदर है।और जो खुद से लड़ना सीख जाता है,वही मार्केट से पैसा बनाना भी सीख जाता है।
अपनी बात – दोस्तों लेख पसंद आया तो लाइक करे, कमेन्ट करे, और यह पर स्पष्ट कर दूं,Disclaimer यह लेख एजुकेशन के उद्देश्य से लिखा गया है, यह कोई निवेश सलाह नहीं है। अगर आप इस लेख को वीडियो फॉर्मेट में देखना चाहते है तो मेरे youtube channel www.youtube.com/@girishPathak08 पर जाकर देख सकते है। बहुत आभार आपका

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