शेयर बाजार माइंडसेट अगर सही हो,तो आधी लड़ाई वही जीत ली जाती है ,शेयर बाजार में लोग पैसा नहीं हारते है बल्कि वो अपने धैर्य, सोच और आत्मविश्वास को भी हारते हैं। और जब यह तीनो चीजें जाने लगती है, तो साथ-साथ यह पैसे को भी ले जाती है। मैं यह बात कोई हवा में नहीं कह रहा हूँ, इस बात का मैं खुद भुक्तभोगी रहा हूँ, और इस दौर का खुद साक्षी रहा हूँ। मैंने अपने 17 साल के ट्रेडिंग करियर में सैकड़ो बार चार्ट पर तो जीत मिली लेकिन माइंडसेट से हार गया और जब माइंडसेट की हार हुई तो मुनाफे के बाद भी नुकसान ही हाथ आया। आज के लेख में हम बात करेंगे मार्केट साइकोलॉजी के उस स्तर की, जहाँ बात डर और लालच से निकलती है और हमें उस स्तर तक ले जाती है, जहाँ पर हम खुद को रिप्रोग्राम कर सकते है
सोचिए – क्यो वहीं गलतियाँ हम बार-बार दोहराते हैं?
कई बार हम सोचते हैं कि अगली बार गलती नहीं करेंगे, बिना स्टॉप लॉस के ट्रेडिंग नहीं करेंगे, ओवरट्रेडिंग नहीं करेगे और अपनी लिमिट में रहकर किसी ट्रेड को उठायेंगे लेकिन जैसे हीबाजार खुलता है, यह सब चीजें गायब हो जाती है। मानो कोई और हमसे ट्रेडिग करवा रहा हो,असल में यह कोई और नहीं बल्कि हमारा ही अवचेतन मन होता है, जिसे हमने कभी नहीं बदला और जिस पर हममें कभी काम नहीं किया। दोस्तो यह चीजें बाजार में तब समझ आती है जब हमारे पास करने को कुछ नहीं रहता है, कहने का मतलब जब अपना हम सारा केपिटल बाजार को दे चुके होते है। और जो मार्केट में ट्रेडिंग से पहले अपने अवचेतन मन में काम करता है और उसके बाद किसी ट्रेड का डिसीजन लेता है,वहीं यहां पर लम्बा बने रहता है,और मुनाफा भी बनाता है।
हम बचपन से सुनते आए हैं
हम बचपन से ही सुनते आए है, पैसा कमाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। जल्दी पैसा आ गया तो वह टिकता नहीं है या ज्यादा पैसा बर्बादी की जड़ है। अब सोचिये – अगर ये बाते हमारे भीतर बसी हुई है,तो हम चाहे कितनी भी अच्छी रणनीति क्यों न बना ले,हमारा दिमाग खुद उस पैसे से डरने लगेगा और हमें लॉस करवा देगा। और हम लॉस का रोना रोते रह जाएंगे,लॉस के बाद खुद को दोष देना- सबसे खतरनाक आदतें में एक है। दोस्तो मैने अपने ट्रेडिंग कैरियर मे एक ऐसा दौर भी देखा है, जब लॉस के बाद में सोचता था, “मुझसे ट्रेडिंग नहीं होगी” “मेरे लिए ट्रेडिंग नहीं है” । यानी लॉस सिर्फ पैसो का नहीं था, यहां पर मेरी आत्मा, मेरी पहचान और मेरे आत्मविश्वास का भी नुकशान हो रहा था। पर यह बात धीरे-धीरे , और बहुत बाद में समझ आई। मैं ट्रेड में हारा इसका मतलब यह नहीं है कि मैं हार गया, ट्रेडिंग को खुद की पहचान से अलग देखना जरूरी है, “मैं हारा “के बजाय मेरी रणनीति फेल हुई” यही सोच हमें आगे बढ़ाती है।
मार्केट में टिके रहने के लिए माइंड को रीप्रोग्राम करें।
अब बात करते हैं समाधान की, सिर्फ क्या समस्या है ,यह बताना ही काफी नहीं होता, समाधान के लिए
क्या करना होगा।
(1) हर ट्रेड के बाद self talk कीजिए-मैने इस ट्रेड से क्या सीखा,मैं इसमें क्या बेहतर कर सकता था। क्या मैं प्रोसेस पर रहा या इमोशन हावी रहे। खुद से ऐसे सवाल करने की आदत आपको अपनी गलतियों से ऊपर उठने में मदद करेगी।
(2) जर्नलिंग की आदत डालिए, हर ट्रेड और उस ट्रेड में आपका क्या भाव (इमोशन) था और क्या निर्णय रहा, उसमें कितना फायदा हुआ और कितना नुकसान हुआ। इन सब चीज का हिसाब एक डायरी में लिखिए। आपके कुछ हफ्तों में अपने मानसिक पैटर्न समझ में आने लगेंगे। और जब आप उनको समझेगे तभी उनको बदलने के लिए काम कर पाएँगे।
(3) Affirmation बोलिए – हर सुबह खुद से कहिए-“मैं धैर्यवान ट्रेडर हूँ” “मैं प्रोसेस को फोलो करुगाँ, रिजल्ट खुद-ब-खुद आ आएँगे” “मैं लॉस से नहीं डरता हूँ, मैं उससे सीखता हूँ”। शुरुआत में यह आपको फिल्मी लगेगा, यह आपको बचकाना या अजीब लग सकता है। लेकिन यकीन मानिये ये चीज काम करेगी। क्योकि जो बात बार-बार अपने दिमाग से कहते हैं, वही सच बन जाती है।
क्यों जरूरी है माइंड की रिप्रोग्रामिंग?
क्योंकि बाजार में सफलता उन्हीं को मिलती है, जो खुद को बार – बार सुधारते हैं, बाजार में चार्ट्स तो हर कोई देखता है, चार्ट्स के पैटर्न को समझने का प्रयास करता है लेकिन बहुत कम लोग होते है जो अपने दिमाग के पैटर्न को समझने का प्रयास करते है। अगर आपने यह सीख लिया, यहां तक कि लॉस भी आपकी सीख और पूंजी में बदल जाएगा।
आज के लेख का निष्कर्ष
शेयर बाजार की सबसे बड़ी लड़ाई, आपके और आपके डर के बीच होती है। और जो डर से जीत गया , उसने बाजार को जीत लिया। इसलिए बाजार में अपने माइंड पर काम कीजिए, उसको बदलिए बाजार आपके लिए बदलेगा… इस लेख में यदि आपको कोई बात अच्छी लगी तो एक लाइक और कमेन्ट जरूर करना.. और आप इस लेख को वीडियो फॉर्मेट में देखना चाहते है तो मेरे youtube channel www.youtube.com/@GirishPathak08 पर जाकर देख सकते हैं, Disclaimer-यह लेख एजुकेशन के उद्देश्य से लिखा गया है, यह कोई निवेश सलाह नहीं है .. धन्यवाद आपका